31. हमारा दुर्भाग्य यह है कि प्रेमचंद का गोर्की की शोक-सभा के लिए लिखा भाषण अभी तक अनुपलब्ध है। 32. आप पहले से भी ज़्यादा साँस साध कर देखते रहते हैं उसकी मृत्यु पर आयोजित शोक-सभा का कार्य-व्यापार। 33. उन्होंने एक बार अपने सीरियल में अपनी एक शोक-सभा फिल्माई थी, आज नियति ने सचमुच वह दृश्य फिल्मा दिए। 34. (जिसने परसाईं लिखित शोक-सभा पर व्यंग्य पढ़ लिया हो, वो जिंदा या मुर्दा, कभी भी अपनी शोकसभा आयोजित नहीं करवाना चाहेगा,) 35. प्रेमनगर में आयोजित शोक-सभा में शोक-संतप्त परिवारों को ढाढ़स बँधाते हुए मैंने उनसे अपना पैतृक गाँव न छोड़ने का आग्रह किया। 36. (जिसने परसाईं लिखित शोक-सभा पर व्यंग्य पढ़ लिया हो, वो जिंदा या मुर्दा, कभी भी अपनी शोकसभा आयोजित नहीं करवाना चाहेगा,) 37. मैं विवशता में न तो उनकी अन्तिम यात्रा में सम्मिलित हो पाता हूँ और न कोंडागाँव तथा जगदलपुर में आयोजित शोक-सभा में। 38. शाम को आयोजित शोक-सभा में बड़ी लम् बी, नीरस और बेजान बहस के बाद सर्वसम् मति से शोक-प्रस् ताव पढ़ा गया था। 39. आप को अजीब लग रहा है ना कि शोक-सभा की तरह कैसे अपने आप को श्रद्धांजलि देने के लिए मैं चुप हो गया। 40. पूछा न कभी हाल भी जिन्दा था वो जब तक मरने पे जुटी भीड़, करें शोक-सभा लोग बहुत सुन्दर शेर. पूरी ग़ज़ल असरदार बधाई.