31. अतिरिक्त खाद्यान्न ने एक पुरोहिती या संचालक वर्ग को जन्म दिया, जिसके बाद श्रम-विभाजन में वृद्धि हुई. 32. अतिरिक्त खाद्यान्न ने एक पुरोहिती या संचालक वर्ग को जन्म दिया, जिसके बाद श्रम-विभाजन में वृद्धि हुई. 33. यही नहीं, जितना मशीनीकरण और श्रम-विभाजन बढ़ता है, उतना ही श्रम पर बोझ भी बढ़ता जाता है। 34. लेकिन अभी हर श्रमिक हर काम करता है और उत्पादन की प्रक्रिया में श्रम-विभाजन भ्रूण रूप में होता है। 35. इसलिए किसी भी सभ्य समाज में सरकार को श्रम-विभाजन को एक सीमा तक ही मान्यता देनी चाहि ए. ' 36. सर्वहारा के काम का वैयक्तिक चरित्र मशीनों के बड़े पैमाने के इस्तेमाल और श्रम-विभाजन के कारण नष्ट हो गया है। 37. कृषि के क्षेत्र-विस्तार और उत्पादन प्रक्रिया में प्रगति के साथ श्रम-विभाजन संश्लिष्ट हुआ और विनिमय का महत्व बढ़ता चला गया। 38. यहाँ हमें पता चलता है कि जाति श्रम-विभाजन या सम्पत्ति-सम्बन्ध में नहीं है, बल्कि वितरण की प्रणाली का विनियामक है। 39. अपने जन्म काल में श्रम-विभाजन के औजार के तौर पर अस्तित्व में आने वाली जाति व्यवस्था, शोषण का औजार बनी। 40. दोनों खेमों के बीच श्रम-विभाजन की स्थिति बनी हुई है-वर्ग का सवाल वर्गवादी खेमा तथा वर्ण का सवाल वर्णवादी खेमा उठायेगा।