31. अगर अन्धापन या बहरापन श्लाघ्य नहीं है तो जीभ का या त्वचा का अपस्मार ही क्यों श्लाघ्य है? 32. इसमें कहानी का सबसे आवश्यक तत्व-भावना की अंतर्धारा और स्वीकृत मानदंडों के प्रति आस्था श्लाघ्य हैं. 33. दीप्ति जी ने यद्यपि कवितायें अधिक नहीं लिखी हैं परन्तु जो भी लिखी हैं, वे श्लाघ्य हैं। 34. अगर अन्धापन या बहरापन श्लाघ्य नहीं है तो जीभ का या त्वचा का अपस्मार ही क्यों श्लाघ्य है? 35. अगर अन्धापन या बहरापन श्लाघ्य नहीं है तो जीभ का या त्वचा का अपस्मार ही क्यों श्लाघ्य है? 36. ' सुग्घर सब हैं फ़ौज मझारा | ब्लाग-जगत कै सबै सितारा || '' आपकी सक्रियता श्लाघ्य है............ आभार,,, 37. श्लाघ्य है? क्या यह काव्य-विधा, नारी और ब्रैस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के साथ भद्दा मजाक नहीं है?38. यदि श्रद्धा और मनु अर्थात मनन के सहयोग से मानवता का विकास रूपक है, तो भी बड़ा ही भावमय और श्लाघ्य है। 39. यह विनम्रता एक ओर ; और जहाँ कहीं किसी साहित्यकार की अवमानना हुई, वहाँ उनका दुर्गा रूप दूसरी ओर-दोनो श्लाघ्य हैं। 40. यदि श्रद्धा और मनु अर्थात् मनन के सहयोग से मानवता का विकास रूपक है, तो भी बड़ा ही भावमय और श्लाघ्य है।