31. उसका व्यक्तित्व इतना प्रभावशाली था कि उसको देखते ही लाग संज्ञाहीन हो जाते थे। 32. ड्रायव्हर की सहायता से उसने महेन्द्र के संज्ञाहीन शरीर को मोटर में रख दिया। 33. पर आप की संज्ञा पर प्रशन चिन्ह लग जाता है... विद्वजन आपको संज्ञाहीन कहेंगे.... 34. अपनी ज़िम्मेदारी से बचने की आदत कब जायेगी आज का मानव शब्दहीन, संज्ञाहीन 35. मैं पीड़ा से व्याकुल, संज्ञाहीन हो गई. "सुमन के जीवन कादुःख यहीं समाप्त नहीं होता. 36. कुछ देर के लिए तो मैं उसकी जलती हुई आंखों में संज्ञाहीन होकर खो गया। 37. ‘‘लाहौर से जब भागा था, तब मार्ग में एक शिशु के साथ उसे मैंने संज्ञाहीन 38. एयरफोर्स पुलिस की जिप्सी में बैठते हुए उसका अस्तित्व रक्तहीन, संज्ञाहीन हो गया था। 39. संज्ञाहीन -हमारे जानवर मूल फेंक पीठ, जब हमारे जीवन पर निर्भर क्या हम पर्यावरण से उठाया.40. पर आप की संज्ञा पर प्रशन चिन्ह लग जाता है … विद्वजन आपको संज्ञाहीन कहेंगे ….