31. आंतरिक दशा भले ही अव्यक्त थी लेकिन मन में जातीय सड़ाँध और भेद-भाव पर एक घृणा समाती जा रही थी। 32. स्त्रियों की स्थिति को लेकर पूरे विश्व में उठ रही सड़ाँध को समाप्त करने के लिये हमें सामाजिक सुधार करने होंगे। 33. हम फिर-फिर वही गंदला पानी इस महाताल में भरते रहे और आज यह सड़ाँध लोकतंत्र के शिखर तक जा पहुँची है। 34. यहाँ तक ये साँप सड़ाँध वाली गंध भी छोड़ता है जो कि शिकारी जानवर के खाने के मज़ा खराब कर देती है। 35. उसमें उठती सड़ाँध के प्रति भी ने उतने ही सजग हैं तभी तो ऐसी ही विषय बड़ी संस्था में उभरकर आए हैं। 36. यहाँ तक ये साँप सड़ाँध वाली गंध भी छोड़ता है जो कि शिकारी जानवर के खाने के मज़ा खराब कर देती है। 37. राधेलाल बिजघावने के शब्दों में, “ अशोक भाटिया डस्टबिन-संस्कृति की सड़ाँध और एकतरफा अभियोगों की छिन्न-भिन्न मानसिकता को लघुकथाओं में बुनते हैं। 38. गाँव छोटा-सा था सरहद पर पहुँचकर उसने भयानक दृश्य देखा और नाक में इतनी तेज सड़ाँध आयी कि वह सिर से पाँव तक काँप गयी। 39. अचारों और चटनियों से एक खट्टी सड़ाँध उठ रही थी जैसे किसी ने इन् हें गंदे हाथों छू लिया हो और ये फफूँदिया रही हों। 40. इस शव के सड़ने व गलने से पानी में जीवाणुओं की संख्या में वृद्धि होती है, जल सड़ाँध देता है और जल प्रदूषित होता है।