31. हिन्दी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद ने सितम्बर 1975 ई 0 में साहित्य वाचस्पति की मानद उपाधि से सम्मानित किया । 32. जौनपुर 2 सितम्बर: साहित्य वाचस्पति डॉ. श्रीपाल सिंह ' क्षेम ' देश के एक श्रेष्ठ कवि थे। 33. संग्रहालय में उनको मिले ज्ञानपीठ पुरस्कार का प्रशस्तिपत्र, हिंदी साहित्य संस्थान द्वारा मिला साहित्य वाचस्पति का प्रशस्तिपत्र भी मौजूद है। 34. संग्रहालय में उनको मिले ज्ञानपीठ पुरस्कार का प्रशस्तिपत्र, हिंदी साहित्य संस्थान द्वारा मिला साहित्य वाचस्पति का प्रशस्तिपत्र भी मौजूद है। 35. पद्म विभूषण, साहित्य वाचस्पति और डी. लिट्. जैसी उपाधियों से सम्मानित, अनेक ग्रन्थों के रचयिता पं. 36. जैसा कि मेरी पिछली पोस्ट में, मैंने साहित्य वाचस्पति स् व.ड ॉ श्री पाल सिंह क्षेम की चर्चा की थी. 37. सम्मान: विक्रमशिला विद्यापीठ, भागलपुर द्वारा साहित्य वाचस्पति , मनीषिका कोलकाता द्वारा ‘ सारस्वत रचनाकार सम्मान, जागृति कोलकाता द्वारा ‘ 38. इसके अतिरिक्त उन्हें हिन्दुस्तानी अकादमी पुरस्कार, साकेत पर इन्हें मंगला प्रसाद पारितोषिक तथा साहित्य वाचस्पति की उपाधि से भी अलंकृत किया गया। 39. मास्टर जी की उल्लेखनीय सेवा को देखते हुए हिंदी साहित्य सम्मेलन द्वारा सन् 1949 में साहित्य वाचस्पति की उपाधि से अलंकृत किया गया। 40. मास्टर जी की उल्लेखनीय सेवा को देखते हुए हिंदी साहित्य सम्मेलन द्वारा सन् 1949 में साहित्य वाचस्पति की उपाधि से अलंकृत किया गया।