31. त्वचा को नर्म रखने के लिए तेल त्वचा को नर्म रखने के लिए त्वचा के नीचे स्थित तैलीय ग्रंथि से सीबम या तेल बनता है। 32. इससे बालों की बाहरी सुरक्षात्मक झिल्ली को भी नुकसान पहुंचता है क्योंकि इस परत पर फैला सीबम प्रकाश को परावर्तित करके बालों को चमकदार बनाता है। 33. पर हम आपको यहां पर एक जानकारी दे दें की, जो तेल आपकी सिर की त्वचा से निकलता है वह तेल नहीं बल्कि सीबम होता है। 34. एक बार हम ईसके विभिन्न पहलुऔं पर नजर डाल लेते हैं, मरीज के चेहरे पर चिकनाई यानि सीबम की अधिकता होती संक्रमण हो सकता है कील 35. इसी तरह सिबेशस ग्रंथियों से उत्पन्न सीबम त्वचा के पिगमेंट (रंग निर्धारक तत्व) से मिलकर रोमछिद्रों को ब्लॉक कर देता है तो ब्लैकहेड्स बनते हैं। 36. एक बार हम ईसके विभिन्न पहलुऔं पर नजर डाल लेते हैं, मरीज के चेहरे पर चिकनाई यानि सीबम की अधिकता होती संक्रमण हो सकता है कील... 37. एड़ी व तलवों की त्वचा मोटी होती है, इसलिए शरीर के अंदर बनने वाला सीबम यानी कुदरती तेल पैर के तलवों की बाहरी सतह तक नहीं पहुँच पाता। 38. ज्यादा कंघी करने से तैल ग्रंथियां बहुत ज्यादा सक्रिय हो उठती हैं, जिससे बालों में सीबम की मात्रा बढ़ जाती है और वे चिपचिपे से हो जाते हैं। 39. लिक् विड से पाउडर फाउंडेशन-यह एक ऐसा प्रोडक् ट है जो त् वचा से अत् यधिक सीबम को निकलने से रोकता है और पोर्स को छेाटा करता है। 40. वहीं जब सीबम (बालों को ऑइली बनाने वाला केमिकल) का स्तर बढ़ता है तो सिर की त्वचा के पोर्स बंद हो जाते हैं और फोलिकल्स को क्षति पहुंचने लगती है।