31. पान की एक गिलौरी मुंह में दाबा और सुपाड़ी से थोड़ा चूना उठाकर मुंह में दे मारा। 32. पान की एक गिलौरी मुंह में दाबा और सुपाड़ी से थोड़ा चूना उठाकर मुंह में दे मारा। 33. सुपाड़ी दो, पूरी न मिले तो सुपाड़ी की कतरन दो, काम दोनों में ही चलना है।34. सुपाड़ी दो, पूरी न मिले तो सुपाड़ी की कतरन दो, काम दोनों में ही चलना है। 35. गीली हो या सूखी सुपाड़ी , यह कभी हार न माने,हाथों से बस दबाते जाएँ,ये तो बस काटना ही जाने। 36. बरातियों को सुपाड़ी देकर नौता (निमंत्रित किया) जाता है तथा पान का बीड़ा देकर सम्मानित किया जाता है। 37. मत उलझना कभी बनारस के इन बड़े-बूढों से ये सुपाड़ी तक फोड़ देते हैं अपने चिकने मसूढों से। 38. इसे निगल मत लेना, ब्रह्मपुत्र देव! हमारी क्षमता तो तुम्हें कच्ची सुपाड़ी अर्पण करने तक की भी नहीं है) 39. लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि सुपाड़ी लेने की बात से डोमन व राजा को छोड़कर अन्य सभी अनभिज्ञ थे। 40. बेचारे, दिन भर चूना कत्था सुपाड़ी रगड़ रगड़ के खुद ही खा रहे हैं और थूक रहे हैं।