31. दिल तो ये भी कहता है कि दंडकारण्य के जंगलों में परमाणु बम भी छोड़ना पड़े तो हिचकना नहीं चाहिए। 32. किसी को सिर्फ़ इसलिये अपनी बात कहने से नहीं हिचकना चाहिये कि उसे अमुक वाद का विरोधी मान लिया जायेगा. 33. सामाजिक क्रांति के लिए कठोर कदम उठाने से कभी हिचकना नहीं चाहिए भले वे अनैतिक, वीभत्स या अश्लील कहलाएँ। 34. दिल तो ये भी कहता है कि दंडकारण्य के जंगलों में परमाणु बम भी छोड़ना पड़े तो हिचकना नहीं चाहिए। 35. मन तो ये भी कहता है कि दंडकारण्य के जंगलों में परमाणु बम भी छोड़ना पड़े तो हिचकना नहीं चाहिए। 36. अगर उन्हें कप्तानी में कोई दिक्कत है तो उन्हें पूर्व दिग्गजों से मदद लेने में हिचकना बिलकुल नहीं चाहि ए. 37. नारी को भी अपने अधिकार को प्राप्त करने के लिए अपने रौद्र रूप को धारण करने में नहीं हिचकना चाहिए। 38. किसी को सिर्फ़ इसलिये अपनी बात कहने से नहीं हिचकना चाहिये कि उसे अमुक वाद का विरोधी मान लिया जायेगा. 39. यह कहानी हमें सीख देती है कि अच्छे काम के लिए नियमों से परे भी जाना पड़े तो हिचकना नहीं चाहिए। 40. दूसरे शब्दों में इसे हम संकुचित होना, हिचकना , झिझकना, कुंठित होना, तथा लज्जित होना भी कह सकते हैं।