41. वास्तव में ये आज की सच्चाई है पर आप ने जिस व्यंगात्मक रूप में लिखा है उसका जवाब नही। 42. यह आज की सच्चाई है कि लड़कियां घरों से बाहर निकल रही हैं और दुनिया का सामना कर रही हैं. 43. इससे आज के परिदृश्य की तुलना की जाये, तो यह उस वक्त से कहीं ज्यादा आज की सच्चाई है। 44. आदरणीया यमुना जी, सादर अभिवादन! आपके अनुभव पर आधारित आलेख भावपूर्ण है पर आज की सच्चाई यही है! 45. आपके भाई जान सलीम में दम नही कि इस्लामिक सेक्स शास्त्र को बदल सके और आज की सच्चाई में जी सके। 46. यह आज की सच्चाई है कि लड़कियां घरों से बाहर निकल रही हैं और दुनिया का सामना कर रही हैं. 47. न ही जीवन इतना क्रूर है कि जो मन आज की सच्चाई को जिए, हक़ीकत के रूबरू हो उसे बरबस बिसार दे. 48. वाह क्या बात है, आप ने तो आज की सच्चाई ही लिखदी अपनी इस कविता मै, बहुत ही सुंदर. 49. इसकी अंतिम पंक्तियां क्या आज की सच्चाई नहीं लगती? बस इन्हीं पंक़्तियों ने मुझे यह पोस्ट करने के लिये प्रेरित किया। 50. आज की सच्चाई के परिप्रेक्ष्य में क्या आरोपित है और क्या हमारी सकारात्मक सामाजिक-आंतरिक ज़रूरत के अनुरूप है, इसकी शिनाख्त करनी ज़रूरी है।