41. और यह तभी संभव है, जब वह तुमसे ऊपर हो, उत्तम पुरुष हो। 42. जबकि मध्यम प्रकृत्ति के धन के साथ मान की तथा उत्तम पुरुष केवल मान की 43. क्योंकि प्रेमचंद के बारे में, अपने ही शब्दों में (उत्तम पुरुष में) हैं। 44. राजस्थानी में उत्तम पुरुष के श्रोतृ-सापेक्ष ' आपाँ-आपण' ओर श्रोतृ निरपेक्ष 'महे-म्हें-मे' दुहरे रूप पाए जाते हैं। 45. फियामेता भी एक छोटी प्रेमकथा है जिसमें नायिका उत्तम पुरुष में अपनी प्रेम कथा कहती है। 46. फियामेता भी एक छोटी प्रेमकथा है जिसमें नायिका उत्तम पुरुष में अपनी प्रेम कथा कहती है। 47. जीवात्मा नित्य है और आत्मा (उत्तम पुरुष ) को जीव भाव की प्राप्ति हुई है। 48. उत्तम पुरुष में बात करना कैसा रहेगा? अब से लिखना भी क्या इसी में करें?49. (9) राजस्थानी में उत्तम पुरुष के श्रोतृ-सापेक्ष “आपाँ-आपण” ओर श्रोतृ निरपेक्ष “महे-म्हें-मे” दुहरे रूप पाए जाते हैं। 50. ध्यान, चिंतन, मनन में उत्तम पुरुष और मध्यम पुरुष खुद को ही बनना पड़ता है।