41. 3. क्रिया-विशेषण उपवाक्य-जब आश्रित उपवाक्य प्रधान उपवाक्य की क्रिया की विशेषता बतलाता है तब वह क्रिया-विशेषण उपवाक्य कहलाता है। 42. 3. क्रिया-विशेषण उपवाक्य-जब आश्रित उपवाक्य प्रधान उपवाक्य की क्रिया की विशेषता बतलाता है तब वह क्रिया-विशेषण उपवाक्य कहलाता है। 43. स्वतंत्र उपवाक्य स्वतंत्र कहे जाते हैं क्योंकि वे अपने बल पर खड़े हो सकते हैं और अर्थ बना सकते हैं। 44. विशेषण, सम्बन्ध सूचक उपवाक्य , क्रिया विशेषण और क्रियार्थक संज्ञा जैसे विशेषक सामान्यतः शीर्ष से पहले लगाए जाते हैं। 45. 3. क्रिया-विशेषण उपवाक्य-जब आश्रित उपवाक्य प्रधान उपवाक्य की क्रिया की विशेषता बतलाता है तब वह क्रिया-विशेषण उपवाक्य कहलाता है। 46. 3. क्रिया-विशेषण उपवाक्य-जब आश्रित उपवाक्य प्रधान उपवाक्य की क्रिया की विशेषता बतलाता है तब वह क्रिया-विशेषण उपवाक्य कहलाता है। 47. 3. क्रिया-विशेषण उपवाक्य-जब आश्रित उपवाक्य प्रधान उपवाक्य की क्रिया की विशेषता बतलाता है तब वह क्रिया-विशेषण उपवाक्य कहलाता है। 48. स्पष्टीकरण.-इस उपवाक्य के उद्देश्य से धार्मिक समारोह में विवाह का जुलूस तथा विवाह के साथ संबद्ध अन्य सामाजिक आयोजन सम्मिलित हैं। 49. अतिरिक्त जानकारी के बावजूद, इन वाक्यों में एक विषय और एक क्रिया है, इसलिए यह अभी भी सिर्फ एक उपवाक्य है। 50. 2. विशेषण उपवाक्य-जो आश्रित उपवाक्य मुख्य उपवाक्य की संज्ञा शब्द अथवा सर्वनाम शब्द की विशेषता बतलाता है वह विशेषण उपवाक्य कहलाता है।