41. कशेरुक महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये हड्डियों खड़े हो जाओ और ईमानदार बैठने के लिए अपने शरीर का समर्थन है।42. फ़ॉसिल विज्ञान की जिस शाखा के अंतर्गत कशेरुक फ़ॉसिलों का अध्ययन किया जाता है उसे कशेरुकी जीवाश्म विज्ञान कहते हैं; 43. मालिश चिकित्सक खोपड़ी और कशेरुक पर थोड़ा आंदोलनों के लिए लागू होता है दिमाग आसपास के द्रव का प्रवाह संतुलन. 44. ३. इसके कशेरुक (बर्टेब्री) के सिरे या तो चपटे हैं या छिछले प्याले के आकार के, अर्थात् उभयावतल (ऐंफ़िसीलस) हैं; 45. अनुकंपी शृंखला करोटि गुहा से श्रोणि गुहा तक कशेरुक दंड के दोनों ओर रहती है तथा इसमें कई गुच्छिकाएँ ( 46. ३. इसके कशेरुक (बर्टेब्री) के सिरे या तो चपटे हैं या छिछले प्याले के आकार के, अर्थात् उभयावतल (ऐंफ़िसीलस) हैं; 47. कशेरुक दंड के सामने दोनों ओर गुच्छिकाओं (गैंग्लियन) की एक शृंखला प्रथम वक्षीय कशेरूका से लेकर अंतिम कटिकशेरूका तक स्थित है।48. आप को और आश्चर्य होगा कि हमारी कशेरुक दंड (Vertebral Cerebra) में मात्र 9 ही कशेरुकायें होती है. 49. दांत मुंह (या जबड़ों) में स्थित छोटे, सफेद रंग की संरचनाएं हैं जो बहुत से कशेरुक प्राणियों में पाया जाती है। 50. कशेरुक दंड के सामने दोनों ओर गुच्छिकाओं (गैंग्लियन) की एक शृंखला प्रथम वक्षीय कशेरूका से लेकर अंतिम कटिकशेरूका तक स्थित है।