41. विराट का साला कीचक क्षत्रिय पिता तथा ब्राह्मणी माता का सूत पुत्र कहलाता है। 42. विफलकाम यदि हुआ हठी कीचक कामातुर, तो क्या जाने कौन मार्ग ले वह मदान्ध-उर। 43. इतना कहकर भीमसेन ने कीचक को लात और घूँसों से मारना आरम्भ कर दिया। 44. राजा विराट के साले कीचक , द्रौपदी से यह किला छिन लेना चाहते थे। 45. उन्हें सैरन्ध्री समझकर कमोत्तेजित कीचक बोला, “हे प्रियतमे! मेरा सर्वस्व तुम पर न्यौछावर है। 46. इतना कहकर भीमसेन ने कीचक को लात और घूँसों से मारना आरम्भ कर दिया। 47. क्या करे तुम्हारा जन्म ही महाभारत के एक पात्र कीचक की तरह हुआ है... 48. सहसा एक दिन राजा विराट का साला कीचक अपनी बहन सुदेष्णा से भेंट करने आया। 49. कीचक के वचन सुनते ही भीमसेन उछल कर उठ खड़े हुये और बोले, “50. कीचक के प्रसंग में भीम के अतिरिक्त किसी को कानों-कान सूचना नहीं होने दी.