41. नहर के दूसरी तरफ थोडी दूर पर ही मकनपुर गाँव की आबादी थी लेकिन तब तक कोई गाँव वाला वहाँ नहीं पहुँचा था. 42. रंग कर्म से जुड़ा होली एक बड़ा पर्व हर गाँव वाला , पूरे जोश से तैयारी या बगैर तैयारी इससे जुड़ जाता है। 43. समस्या तो यही है कि पहले शहरी गांव वाले को मूर्ख बनाता था, फिर गाँव वाला शहरी को मूर्ख बनाने लग पड़ा... 44. कभी कोई गाँव वाला बीड़ी का ठूंठ फर्श पर फ़ेंक देता तो कभी कोई वकील, बस का पुराना टिकिट या माचिस की खाली डिब्बी! 45. नहर के दूसरी तरफ थोडी दूर पर ही मकनपुर गाँव की आबादी थी लेकिन तब तक कोई गाँव वाला वहाँ नहीं पहुँचा था. 46. पर हर बार एक उलटी के साथ सब कुछ बाहर आ जाता था और आते-जाते कोई गाँव वाला उसे वापस घर पहुँचा देता था। 47. अब जाना क्यूँ आपका सबसे अंत में ये कविता आई थी … आह मैं भी अपना गाँव वाला कविता पोस्ट करने का सोच रही थी.. 48. एक सांस में पढ़ गए हैं पिछली और ये पोस्ट... एकदम अपना परिवेश... पोखरा किनारे पेड़ और बाबा सब तो अपने गाँव वाला ही लग रहा है...प्रत्युत्तर देंहटाएं 49. जैसे ही गाँव वालों की चहल पहल चालू हुई सरपंच तलवार दिखा कर धमकाने लगा की कोई भी गाँव वाला इस रस्ते से आना जाना नहीं करेगा. 50. “बृहस्पतिवार” पंडित जी जे जवाब दिया. “यानी के साप्ताहिक बाजार वाले रोज” एक गाँव वाला बोला “पंडित जी, दूसरा मुहूरत देखो कोई ” सरपंच जी बोले.