41. इनके काफल पाको गीति काव्य को हिन्दी के श्रेष्ठ गीति के रुप में “ प्रेमी अभिनन्दन ग्रन्थ ” में स्थान दिया गया। 42. दयाराम श्रृंगाररसपरक गीति काव्य के सर्वश्रेष्ठ मध्ययुगीन गुजराती कवि हैं, जिन्होंने सरल और सरस शैली में मधुर भावों की अभिव्यंजना की है। 43. दयाराम शृंगाररसपरक गीति काव्य के सर्वश्रेष्ठ मध्ययुगीन गुजराती कवि हैं, जिन्होंने सरल और सरस शैली में मधुर भावों की अभिव्यंजना की है। 44. नारी-गौरव सूचक. छायावादी गीति काव्य की प्रेरणा भूमि द्विवेदी युग में गीति काव्य की दो प्रमुख धाराएँ थी: १. भारतीय परंपरावादी २. 45. नारी-गौरव सूचक. छायावादी गीति काव्य की प्रेरणा भूमि द्विवेदी युग में गीति काव्य की दो प्रमुख धाराएँ थी: १. भारतीय परंपरावादी २. 46. रसखान के मुक्तकों की सबसे बड़ी विशेषता है, भाव एवं अभिव्यंजना की एकतानता, जो उन्हें गीति काव्य के निकट ला देती है। 47. ‘ उद्यम और विकास ' शीर्षक से आपका गीति काव्य भी प्रकाशित हुआ और ‘ प्रकृति पुरुष कालिदास ' नामक नाटक भी आपने लिखा। 48. हिन्दी गीति काव्य सलिला ' सर्वे भवन्तु सुखिनः' अर्थात सभी सुखी हों के आप्त वाक्य को शब्द रूप देकर अखंड आनंद का सागर बन सकी है. 49. हिंदी गीति काव्य सलिला का प्रवाह लोक-रंजन के साथ भावः-भय भंजन को इष्ट मानकर सत्-शिव-सुंदर के माध्यम से सत्-चित्त-आनंद की प्राप्ति के लिए हुआ है. 50. सूर के गीति काव्य में रतिभाव के तीनों प्रबल और प्रधान रूप-भगवद्विशयक रति, वात्सल्य और दाम्पत्य रति-प्रचुर मात्रा में प्राप्त होते हैं.