41. यहां से भोजन ग्रासनली द्वारा आमाशय में पहुंचता है, जो वहां लगभग 3 घंटे तक रहता हैं। 42. ग्रसनी से आमाशय तक भोजन पहुंचाने वाली लगभग 25 सेमीमीटर लंबी पेशीय नली को ग्रासनली कहा जाता है। 43. कभी-कभी तो नाक से खून निकलने के कारण यह खून ग्रासनली से होता हुआ पेट में चला जाता है। 44. चबाया गया भोजन इन्हीं पेशियों के क्रमाकुंचन के द्वारा ग्रासनली से होकर उदर तक धकेल दिया जाता है. 45. ग्रासनली कैंसर शल्की सेल कार्सिनोमा (ईएससीसी (ESCC)) या एडिनोकार्सिनोमा (ईएसी (EAC)) में से किसी वजह से हो सकता है.46. ग्रासनली से भोजन को गुज़रने में केवल सात सेकंड लगते हैं और इस दौरान पाचन क्रिया नहीं होती.47. लार ग्रंथियाँ एमाइलेस (Amylasa) का उत्सर्जन करती है, जो ग्रासनली में प्रवेश करते समय भोजन से मिल जाता है। 48. भी मांसपेशी द्वारा निर्मित एक खोखला थैला है, जिसमें ग्रासनली से आहार पहुँचता है और उसका पाचन होता है। 49. निगलने पर चबाया गया आहार ग्रासनली में ले जाया जाता है, और ओरोफ़ैरिंक्ज़ और हाइपोफ़ैरिंक्ज़ से गुज़रता है. 50. यह औषधि ग्रासनली की सूजन (फैरीन्गिटिज) विशेष रूप से कूपिक ग्रासनली की सूजन में अधिक लाभकारी होता है।