41. ऊपर जिस ग्रेटिंग का विवरण दिया गया है, उसे समतल विवर्तन ग्रेटिंग कहते हैं। 42. ऊपर जिस ग्रेटिंग का विवरण दिया गया है, उसे समतल विवर्तन ग्रेटिंग कहते हैं। 43. इसीलिए स्पेक्ट्रोलेखी भी दो प्रकार के होते हैं-प्रिज्म स्पेक्ट्रोलेखी और ग्रेटिंग स्पेक्ट्रोलेखी। 44. इसी तथ्य के आधार पर यह संभव हुआ हैं कि खचित परावर्तन ग्रेटिंग ( 45. N ग्रेटिंग पर बनी हुई कुल रेखाओं (या रेखाछिद्रों) की संख्या है। 46. पदार्थ से निकलने के बाद इन्हें प्रिज्म या ग्रेटिंग से विक्षेपित किया जाता है। 47. ऊपर जिस ग्रेटिंग का विवरण दिया गया है, उसे समतल विवर्तन ग्रेटिंग कहते हैं। 48. ऊपर जिस ग्रेटिंग का विवरण दिया गया है, उसे समतल विवर्तन ग्रेटिंग कहते हैं। 49. जिस वक्रतल पर रेखाएँ खुरची जाती हैं उसे “ ग्रेटिंग ब्लैक ” कहते हैं। 50. को एक दूसरे से पृथक् करने की क्षमता को ग्रेटिंग की वर्णविक्षेपण क्षमता (