41. जरा से विचार-भेद के लिए कितनों को चर्खी से दबाया गया कितनों को जीते जी आग में जलाया गया। 42. यह हमला काबुल को बगराम से जोड़ने वाली मुख्य सड़क के समीप औद्योगिक इलाके पुल ए चर्खी में हुआ। 43. कुँए से पानी निकालने के लिए लगी चर्खी की आवाज उन दिनों की याद आज भी ताज़ा कर देती है। 44. हम उनके विचार का सम्मान करते हैं किन्तु अपनी मन्दबुद्धि का क्या करें जो यह सोचती है कि चर्खी ( 45. नायक का ईर्ष्यालुपन कहीं भी वीडियो में परिलक्षित नहीं हो पाया, मात्र चर्खी को ही फोकस किया गया है। 46. चर्खी गिरोह में बराबर चीं चीं की अवाज करती रहती है तथा गाँव और घरों के ईद गिर्द रहती है।47. जरा से विचार-भेद के लिये कितनों को चर्खी से दबाया गया-कितनों को जीते जी आग में जलाया गया। 48. साथ ही सर्कस, नौटंकी, झूला, चर्खी व खेल तमाशे भी इस मेले की रौनक बढ़ा देते है। 49. चर्खी , घिरनी (गडारी), किसी यन्त्र का चक्कर खाता हुआ भाग, एक प्रकार का नाच, लडखडाना, चक्कर खाना, चर्खो पर लपेटना50. पढ़िए गीत के बोल-ओऽऽऽ होऽऽऽ (चर्खी के घूमने का संगीत जारी रखते) धन्नो की आँखों में रात का सुरमा...