हवायें? मैंने दीठ फेरी है उन अनाम वृक्षों की पुतलियों पर झँकोरे नहीं, किसी चित्रकार के ब्रश से निकले भगोड़े छागल हैं इधर उधर कुँलाचते सब धुँधला करते उभारते नये नये लैंडस्केप लहरा उठती हैं बहुरंगी साड़ियाँ मेरुप्रभा मुग्ध इठलाती है बरस रहे हैं पत्ते गिरते चमक चन चन नदी के पानी में।
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ओ अनुरागी तुझे भेंट मे मैं क्या दूँ, तू ही है दाता तेरे सिवा विश्च में जो भी प्राणी है, वो है इक याचक तेरी अनुकम्पा की बारिश से जब भीगा मेरा आँचल सुधा कलश बन गई हाथ में जो थी मेरे जल की छागल दीपित हुईं दिशायें मेरी जिनपर परत जमी थी काली तेरे आशीषों स
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ओ अनुरागी तुझे भेंट मे मैं क्या दूँ, तू ही है दाता तेरे सिवा विश्च में जो भी प्राणी है, वो है इक याचक तेरी अनुकम्पा की बारिश से जब भीगा मेरा आँचल सुधा कलश बन गई हाथ में जो थी मेरे जल की छागल दीपित हुईं दिशायें मेरी जिनपर परत जमी थी काली तेरे आशीषों स...
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आह क्या सफ़र होता था कमाल का, सुराही और छागल का जमाना था वो, स्टेशन पर गाडी रुकते ही पानी के लिए भागमभाग, सुराही में डाल कर उसके खिडकी के किनारे रख देना, सुना था कि जितनी हवा लगती है सुराही को पानी उतना ठंडा हो जाता है, और वाह क्या होता था ठंडा ।
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आह क्या सफ़र होता था कमाल का, सुराही और छागल का जमाना था वो, स्टेशन पर गाडी रुकते ही पानी के लिए भागमभाग, सुराही में डाल कर उसके खिडकी के किनारे रख देना, सुना था कि जितनी हवा लगती है सुराही को पानी उतना ठंडा हो जाता है, और वाह क्या होता था ठंडा ।
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उन सब के माथे पर चांदी का मोटा सा बोरला, गले में भारी चांदी की हंसली, हाथों में काफ़ी ऊपर तक पौंची या बंगड़ी और कड़ों के साथ कांच, लाख और हाथी दांत की लाल हरी चूड़ियाँ, कमर में लटकती चांदी की मोटी कौंधनी (करधनी) और पैरों में चांदी के भारी मोटे कड़े या छागल आदि थे.
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छागल उठाई, सेना का अलम संभाला और एक हाथ में भाला लेकर घोड़े पर सवार हुए और फिर कुछ ही क्षणों के पश्चात संसार ने देखा कि अब्बास, शत्रु की सेना के बीच से कौंधती बिजली के समान गुज़रे, फ़ुरात नदी में घोड़ा डाला, पानी भरा और ख़ैमों की ओर चले परन्तु इस बार उनकी गति धीमी थी क्योंकि पानी से भरी छागल की सुरक्षा ही उनका उद्देश्य था।
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छागल उठाई, सेना का अलम संभाला और एक हाथ में भाला लेकर घोड़े पर सवार हुए और फिर कुछ ही क्षणों के पश्चात संसार ने देखा कि अब्बास, शत्रु की सेना के बीच से कौंधती बिजली के समान गुज़रे, फ़ुरात नदी में घोड़ा डाला, पानी भरा और ख़ैमों की ओर चले परन्तु इस बार उनकी गति धीमी थी क्योंकि पानी से भरी छागल की सुरक्षा ही उनका उद्देश्य था।
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छागल उठाई, सेना का अलम संभाला और एक हाथ में भाला लेकर घोड़े पर सवार हुए और फिर कुछ ही क्षणों के पश्चात संसार ने देखा कि अब्बास, शत्रु की सेना के बीच से कौंधती बिजली के समान गुज़रे, फ़ुरात नदी में घोड़ा डाला, पानी भरा और ख़ैमों की ओर चले परन्तु इस बार उनकी गति धीमी थी क्योंकि पानी से भरी छागल की सुरक्षा ही उनका उद्देश्य था।
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छागल उठाई, सेना का अलम संभाला और एक हाथ में भाला लेकर घोड़े पर सवार हुए और फिर कुछ ही क्षणों के पश्चात संसार ने देखा कि अब्बास, शत्रु की सेना के बीच से कौंधती बिजली के समान गुज़रे, फ़ुरात नदी में घोड़ा डाला, पानी भरा और ख़ैमों की ओर चले परन्तु इस बार उनकी गति धीमी थी क्योंकि पानी से भरी छागल की सुरक्षा ही उनका उद्देश्य था।
छागल sentences in Hindi. What are the example sentences for छागल? छागल English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.