41. असल में, इनका जारकर्म चलता रहे, शासक कोई भी हो, इन्हें फर्क नहीं पड़ता। 42. वैसे भी जब कोई द्विज लिखता है तो उसे जारकर्म के छीछड़े ही दिखाई पड़ते हैं. 43. अब वे द्विज परम्परा की ‘ जारकर्म की गुलामी ' से मुक्त होने की कगार पर हैं। 44. यहां वे थोड़ा ठीक कहते हैं, क्योंकि जारकर्म की ब्राह्मणी समाज व्यवस्था में वेश्या है ही. 45. जबकि इस केस में सच केवल यह है कि तिवारी और उज्ज्वला शर्मा दोनों जारकर्म में लिप्त थे। 46. (पृ.43-44) लेकिन प्रेमचंद ही क्यों पूरा हिंदू समाज और उसका कानून ही इस जारकर्म के लिए दोषी है. 47. ब्राह्मणों और आजीवकों (दलितों) के बीच लड़ाई जारकर्म और बलात्कार को लेकर चल रही है. 48. मोरलिटी से डरी ये धर्म को कोसती रहीं, जिसने व्यभिचारिणी स्त्रियों के जारकर्म पर प्रतिबंध लगा दिया। 49. तब इसमें ये लोग अकल्पनीय नैतिकता कैसे ढूंढ़ सकते हैं, उलटे जारकर्म से नैतिकता चकनाचूर होती है। 50. 21वीं सदी में भी पति के जारकर्म (अनैतिक संबंध) के खिलाफ पत्नी अपराधिक मामला नहीं दर्ज करा सकती।