41. सन् 1901 में माधवराव सप्रे की एक टोकरी भर मिट्टी छत्तीसगढ़ मित्र पत्रिका में प्रकाशित हुई थी। 42. वीर सत्यवाने पहले तो अपनी पत्नीके सहित फल बीनकर एक टोकरी भर ली औरफिर वह लकड़ियाँ काटने लगा. 43. आपसे तो एक टोकरी भर मिट्टी उठाई जाती और इस झोंपड़ी में तो हजारों टोकरियाँ मिट्टी पड़ी है। 44. छत्तीसगढ़ में ही हिन्दी की पहली कहानी “ टोकरी भर मिट्टी ” यशस्वी कथाकार माधवराव सप्रे ने लिखी। 45. मतलब टोकरी भर समाचार चैनल के पत्रकार और अख़बार व रेडियों के संवाददाता इसके पुरे खानदान में. 46. आपसे तो एक टोकरी भर मिट्टी उठाई जाती और इस झोंपड़ी में तो हजारों टोकरियाँ मिट्टी पड़ी है। 47. टोकरी भर जाने पर गोरा ने बूढ़े से कहा, '' तुमसे तो इतना नुकसान सहा नहीं जाएगा।48. इसका श्रीगणेश छत्तीसगढ़ के प्रथम पत्रकार और कथाकार माधव राव सप्रे के एक टोकरी भर मिट्टी से होता है। 49. माधवराव सप्रे टोकरी भर मिट्टी माधवराव सप्रे की इस कहानी को हिंदी की शुरुआती कहानियों में गिना जाता है। 50. जब तक वह हर दिन टोकरी भर कर गोबर के उपले बनाकर नहीं रखता, तब तक खाना नहीं देती।