41. चलते-फिरते, काम करते हुए भी यह सावधानी रहे कि हमें भगवान् से तदाकार-तद्रूप होना है। 42. “राष्ट्रपति” मूल रूप में बुश को इंगित करता है तो इसका तद्रूप “1957 में बुश” उपलब्ध हो जाएगा। 43. तद्रूप बनना होगा, तब ही वह कभी समाप्त न होने वाला (अक्षय) आनंद प्राप्त होगा।44. (7).ध्यान: जब ध्येय वस्तु का चिंतन करते हुए चित्त तद्रूप हो जाता है तो उसे ध्यान कहते हैं। 45. वस्तुओं की दासता ने ही हमें संकल्पों की उत्पत्ति और पूर्ति के जीवन से तद्रूप कर दिया है । 46. 7. ध्यान: जब ध्येय वस्तु का चिंतन करते हुए चित्त तद्रूप हो जाता है तो उसे ध्यान कहते हैं। 47. त् + भ = द्भ भगवत् + भक्ति = भगवद्भक्ति त् + र = द्र तत् + रूप = तद्रूप 48. अविधा से आच्छादित होने पर ही ब्रह्म जीवात्मा बनता है और अविधा का नाश होने पर वह उसमें तद्रूप होता है। 49. अविधा से आच्छादित होने पर ही ब्रह्म जीवात्मा बनता है और अविधा का नाश होने पर वह उसमें तद्रूप होता है। 50. अतीत सदैव वर्तमान को जन्म देने को आतुर रहता है जो ‘मुझे ', ‘मेरे' और ‘मैं' की तद्रूप स्मृति बन जाता है।