41. कार्तिक मास में विष्णु भगवान का तुलसीदल से पूजन करने का माहात्म्य अवर्णनीय है। 42. जबकि गणेश जी को तुलसीदल को छोड़कर सभी प्रकार के फूल चढ़ाए जा सकते हैं... 43. तुलसीदल के गुच्छे से मृत व्यक्ति के कानों और नासिकाओं को बंद कर दिया जाता है।44. तुलसीदल द्वार पर था, पर ठाकुर जी के भोग के लिए कुछ मिष्ठान तो चाहिए।45. इस प्रकार लिटाएं जाने के बाद मृतक के मुख में गंगाजल और तुलसीदल डाला जाता है। 46. उसके बाद विप्र भोज के लिए रखे हुए भोजन में तुलसीदल डालकर भगवान का भोग लगाना चाहिए। 47. सुखदा ने मंदिर से तुलसीदल लाकर अर्थियों पर रखा और मरने वालों के मुख में चरणामृत डाला। 48. मै यह तुलसीदल देता हूँ, बच्चे को खिला दे, चरणामृत उसकी आंखों में लगा दे। 49. घर में तुलसीदल और गंगाजल के अतिरिक्त कुछ न हो तब भी मन-आत्मा से करेंगे तुम्हारा स्वागत । 50. तुलसीदल तोड़ने से पहले हमेशा से आज्ञा ली जाती थी / है... बहुत सार्थक प्रस्तुति..!