41. सातवीं शताब्दी में पहली बार कुछ ऐसे दानपत्र मिलते हैं, जो संस्कृत और तमिल दोनों ही भाषाओं में लिखे गए हैं। 42. जब तक दानपत्र की रजिस्ट्री न हुई थी, तब तक खालाजान का खूब आदर-सत्कार किया गया; उन्हें खूब स्वादिष्ट पदार्थ खिलाये गये। 43. (मुरलीधर मंदिर का वृतान्त आगे वर्णित होगा) दानपत्र मांडलपुर में किसी वंशज के पास है, यह शोध का विषय है। 44. राजेन्द्र चोल का ग्रन्थ लिपि में लिखा हुआ संस्कृत भाषा का तिरुवलंगाडु दानपत्र तो अभिलेखों के इतिहास में अपना विशेष स्थान रखता है। 45. यह दानपत्र शक सं. ३ ८८ (ई. सं. ४ ६६) का है और मर्करा नामक स्थान से मिला है। 46. अनावश्यक भावनात्मक दबाव बनाने के लिए पंडित बोले मंदिर में संकल्प करो कि बाहर दानपत्र में कितने पैसे दोगे, तभी बाहर जा ओ. 47. जब तक दानपत्र की रजिस्ट्री न हुई थी, तब तक खालाजान का खूब आदर-सत्कार किया गया ; उन्हें खूब स्वादिष्ट पदार्थ खिलाये गये। 48. यह तो गनिमत रही कि 4-5 दिन पहले ही मिस्त्री मजदूरों को मजदूरी देने के लिए दानपत्र से नगदी निकाली गई थी। 49. इस संग्रहालय में छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थानों से प्राप्त प्राचीन अभिलेख, दानपत्र , ताम्रपत्र, लेख और प्रशस्ति पत्र का भी बेहतरीन संग्रह है। 50. इसमें हमें ग्रन्थ लिपि के साथ-साथ तमिल लिपि के विकास के भी दर्शन होते हैं, क्योंकि यह दानपत्र अंशतः संस्कृत और तमिल में हैं।