41. देवपूजा के समय कृष्ण का सम्मान देखकर वह जल गया और उनको गालियाँ देने लगा।42. देवपूजा एक प्रकार से सद्गुणों, उत्तम सामर्थ्यों और उन्नति के गुप्त तत्त्वों की पूजा है।43. यज्ञ शब्द के तीन अर्थ हैं-1-देवपूजा , 2-दान, 3-संगतिकरण। 44. जहां इसमें देवपूजा लक्ष्य होती है वहीं इससे शारीरिक तथा मानसिक लाभ भी प्राप्त होते हैं। 45. यज्ञ शब्द के तीन अर्थ हैं-१-देवपूजा , २-दान, ३-संगतिकरण । 46. देवपूजा के समय कृष्ण का सम्मान देखकर वह जल गया और उनको गालियाँ देने लगा ।47. प्रारंभ में मड़ई देवपूजा के लिये आयोजित होने की वजह से उसमें शराब नहीं पी जाती थी। 48. रखता हो, जो आज गोबर और गोमूत्र को पवित्र समझता हो, जो देवपूजा को मुक्ति का साधन 49. देवपूजा के समय [[कृष्ण]] का सम्मान देखकर वह जल गया और उनको गालियाँ देने लगा।50. देवपूजा के उपयोग में आने वाला यह पुष्प समस्त भारतवर्ष के उष्णकटिबंधीय प्रदेशों में पाया जाता है ।