41. मालवी राजस्थानी में इससे लक्खण (बुन्देली में लच्छन-सलिल) जैसा देशज शब्द भी बनता है। 42. ‘ चाकरी ' भी हिन्दी का अपना तद्भव या देशज शब्द ही जान पड़ता है। 43. उसमें कुछ देशज शब्द ' गोड़ ', ' टाँग ' आदि भी मिलते हैं। 44. वैसे तो गम्मत एक देशज शब्द है जिसका अर्थ हँसी, दिल्लगी, मौज-मज़ा, विनोद होता है। 45. इसे देशज शब्द बता कर इसकी व्युत्पत्ति को अज्ञात खाते में डाला जाता रहा है। 46. इसे देशज शब्द बता कर इसकी व्युत्पत्ति को अज्ञात खाते में डाला जाता रहा है। 47. हिन्दी पंक्ति के इस खास प्रकार के लिए पंगत या पांत जैसा सीधा-सरल देशज शब्द है। 48. प्रभाष जी हिन्दी की विभिन्न बोलियों में मौजूद देशज शब्द संपदा की ताकत को पहचानते थे। 49. मान मनौवल, चिरौरी या खुशामद के अर्थ में मनुहार बोलचाल का सर्वाधिक प्रयुक्त देशज शब्द है। 50. जनता के व्यवहार में जो तद्भव एवं देशज शब्द थे, उनको भी परिमार्जित रूप में ग्रहण किया।