41. इसका प्रयोग दोलक , ऋजुकारी, परिचायक तथा मूर्छक (माडयुलेटर) के रूपों में भी किया जाता है। 42. निम्न आवृत्ति दोलक वह इलेक्ट्रॉनिक युक्ति होती है, जिसमें प्रत्यावर्ती धारा का उत्पादन होता है। 43. सांद्रतम दोलक कुंडों के पश्चात् खाल को हस्तन (handler) या प्लावक (floater) कुडों में लाते हैं। 44. दोलक के दाहिनी ओर से बाईं ओर दोलन के साथ पलायनचक्र क एक दाँत आगे बढ़ता था।45. दोलक के दाहिनी ओर से बाईं ओर दोलन के साथ पलायनचक्र क एक दाँत आगे बढ़ता था।46. [1] एक सरलतम धातु संसूचक में एक विद्युत दोलक होता है जो प्रत्यावर्ती धारा उत्पन्न करता है। 47. द्वारा निरूपित किया जा सकता है तो उस प्रणाली को सरल आवर्ती दोलक या ' हार्मोनिक आसिलेटर' ( 48. दो समयांतराल तभी बराबर कहे जाते हैं जब प्रत्येक में दोलक की दोलन संख्या एक ही होती हे। 49. दो समयांतराल तभी बराबर कहे जाते हैं जब प्रत्येक में दोलक की दोलन संख्या एक ही होती हे। 50. क्वार्ट्ज़ के अतिरिक्त टूर्मैलिन, टार्टरिक अम्ल, रोशेल लवण, बेरियम टाइटैनेट इत्यादि का भी दोलक बनाने में उपयोग होता है।