दूसरों की आवाज़ उठाने का दावा तो तुम करते हो, तुम्हारी खुद की आवाज़ नक्कारखाने में तूती होती है, अगर न हो तुम्हारे सर पर किसी धर्मपिता का हाथ, तुम्हारी मेहनत सिर्फ उनके पैर की जूती होती है.
42.
फिर आया 14 अगस्त, 2013 का वह दिन जिसने न केवल मुझसे मेरे साहित्यिक गुरु और धर्मपिता अपितु समग्र छत्तीसगढ़ के साहित्याकाश के चमकते सितारे साहित्य-ऋषि लाला जगदलपुरी जी को सदा के लिए हम सब से छीन लिया।
43.
भगवान के अवतरण के पश्चात् तो सतयुग आना चाहिए था, न कि महापापी कलियुग और गीता सुनाई जाती है संगमयुग में, जबकि सृष्टि पर सारे धर्म, धर्मावलंबी और अपने-अपने अंतिम जन्मों में उन धर्मों के धर्मपिता भी विद्यमान होते हैं।
44.
हमारे धर्मपिता और मार्गदर्शक डॉ. रूपेश श्रीवास्तव जी ने तो मनीषा दीदी को एक बहुत छोटी सी भड़ासी डिक्शनरी दी थी लिख कर कि हम लोग अपनी बातें लिखते समय चू **, लं **, गाँ ** और ** दना जैसे शब्दों को न लिखें ।
45.
नंदी! दक्ष! सती! और ब्रहस्पति! _ये सभी मेलुहवासी सूर्यवंशी हैं! पर्वतेश्वर! _ये एक दबंग किरदार है (पढ़ते समय बारम्बार-पता नहीं क्यों, राज बब्बर का चेहरा-सामने आ जाता है!!) ; ये सती के धर्मपिता और सूर्यवंशी मेलुहा साम्राज्य का सेनाधिपति है ;
46.
मेरे धर्मपिता श्री डॉ. रूपेश जी ने आपसे जो सवाल करे थे उनके अधूरे जवाब देकर ही भाग गए थे,झूठ लिखा था आपने कि उन्होंने स्वीकारा है कि आपकी दो पोस्ट गायब हुई हैं जिसके लिये आपने अपनी बात को प्रूव करने के लिये कमेंट की लिंक दी थी लेकिन तुरंत किसी ने वह कमेंट प्रकाशित करके बता दिया कि आप मक्कारी कर रहे हैं उन्होंने ऐसा कुछ कहा ही नहीं था....
47.
पुरखों ने कर्ज लिया, पीढ़ी को भरने दो पुरखों ने कर्ज लिया, पीढ़ी को भरने दो अपराधी हाथों की, जासूसी करने दो कर रहा हवा दूषित, भर रहा नसों में विष मत तक्षक को ऐसे, उन्मुक्त विचरने दो आया था लोकतंत्र, वर्षों से सुनते हैं छेदों से भरी-भरी, नौका यह तरने दो यातना-शिविर जिसने, यह शहर बनाया है पापों का धर्मपिता, मुख [...] तेवरियाँ पुरखों ने कर्ज लिया, पीढ़ी को भरने दो
48.
मेरे धर्मपिता श्री डॉ. रूपेश जी ने आपसे जो सवाल करे थे उनके अधूरे जवाब देकर ही भाग गए थे, झूठ लिखा था आपने कि उन्होंने स्वीकारा है कि आपकी दो पोस्ट गायब हुई हैं जिसके लिये आपने अपनी बात को प्रूव करने के लिये कमेंट की लिंक दी थी लेकिन तुरंत किसी ने वह कमेंट प्रकाशित करके बता दिया कि आप मक्कारी कर रहे हैं उन्होंने ऐसा कुछ कहा ही नहीं था....
49.
तब मैंने कहा, “जिस प्रकार धर्मपिता के तात्पर्य हैं कि वह व्यक्ति जिसे हम धर्म-पिता कहते हैं, वास्तव में मेरा पिता नहीं है, मैंने इसे केवल धर्मवश पिता मान लिया है और वह भी मुझे पुत्र की तरह मानता है, उसी प्रकार 'धर्मपत्नी' शब्द से मेरी मोटी अक्ल में यह बात आती है कि वह मेरी वास्तव में पत्नी नहीं है, किंतु मैंने उसे धर्म या कर्मवश या व्यावहारिक रूप से अपनी पत्नी मान लिया है।
50.
तब मैंने कहा, '' जिस प्रकार धर्मपिता के तात्पर्य हैं कि वह व्यक्ति जिसे हम धर्म-पिता कहते हैं, वास्तव में मेरा पिता नहीं है, मैंने इसे केवल धर्मवश पिता मान लिया है और वह भी मुझे पुत्र की तरह मानता है, उसी प्रकार ' धर्मपत्नी ' शब्द से मेरी मोटी अक्ल में यह बात आती है कि वह मेरी वास्तव में पत्नी नहीं है, किंतु मैंने उसे धर्म या कर्मवश या व्यावहारिक रूप से अपनी पत्नी मान लिया है।
धर्मपिता sentences in Hindi. What are the example sentences for धर्मपिता? धर्मपिता English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.