41. निर्धारिती द्वारा एक से अधिक कर योग्य सेवाएं प्रदान किए जाने पर भी एकल पंजीकरण प्रर्याप्त होगा।42. एक निर्धारिती के मामले में एक दायित्व की मांग की है ठीक से जब दलों के बीच विवाद 43. संपत्ति कर एक प्रत् यक्ष कर है, जो निर्धारिती की निवल संपत्ति पर प्रभारित किया जाता है। 44. कर के प्रति प्रभार्यता निर्धारिती की रिहायशी प्रास्थिति तथा व् यक्ति की नागरिकता पर भी निर्भर करती है। 45. इसी के साथ 10 लाख रुपए से ज्यादा के आयकर निर्धारिती के लिए अधिभार में छूट की उम्मीद है। 46. इसके अलावा, इस निर्धारिती की देनदारी ब्याज का भुगतान करने के लिए प्रासंगिक नहीं होने का आयोजन किया गया. 47. प्रश् नाधीन व् यक्ति या कंपनी (निर्धारिती ) विगत वर्ष में भारत का निवासी रहा होना चाहिए ; 48. कर योग् य राशि प्राप् त करने के लिए निर्धारिती को निम् नलिखित कटौतियां उपलब् ध है:- 49. निर्धारिती द्वारा एक से अधिक कर योग् य सेवाएं प्रदान किए जाने पर भी एकल पंजीकरण प्रर्याप् त होगा।50. आयकर अधिनियम के अंतर्गत, प्रत्येक निर्धारिती द्वारा प्रत्येक वर्ष वित्त अधिनियम के अंतर्गत नियत दरों पर आयकर संदेय है।