41. ऐसे ही भस्म अनुष्ठान, पंचाक्षर अनुष्ठान, मृत्युंजय अनुष्ठान आदि हैं जो बहुत प्रभावशाली हैं..... 42. इसकी माला पर पंचाक्षर मंत्र (नम: शिवाय) जपने से मनोवांछित फल प्राप्त होता है। 43. स्त्रोत् पंचाक्षर मंत्र स्तोत्र स्तोत्रम लिंगाष्टकम शिव की पुजा अनेको स्वरूप में होती है-साकार एवं निराकार। 44. रातभर जगने वाले भक्त शिव नाम, पंचाक्षर मन्त्र अथवा शिव-स्तोत्र का आश्रय लेकर रात्रि-जागरण सफल कर सकते हैं। 45. ‘ ॐ नमः शिवाय ' इस पंचाक्षर मन्त्र का जाप करते हुए जल चढ़ावें और ऋतुफल अर्पित करें । 46. उसके बाद वे विधिपूर्वक भगवान शिव का ध्यान करते हुए पंचाक्षर मन्त्र अर्थात ' ॐ नम: शिवाय' का जप करने लगे। 47. उनके अनुसार श्रावण मास में प्रतिदिन एक सौ आठ बिल्व पत्रों पर चंदन से पंचाक्षर मंत्र यानी ॐ नम: शिवायलिखें। 48. व्यास नारायण अरणी देवी के साथ पंचाक्षर शिव-मंत्र का जाप करते हैं-शिवजी मेरे यहाँ पुत्र-रूप में आवें । 49. जगद्गुरु आदि शंकराचार्य ने पंचाक्षर मंत्र के प्रत्येक अक्षर की महिमा का प्रतिपादन करने के लिए श्रीशिव पंचाक्षर स्तोत्र बनाया था। 50. जगद्गुरु आदि शंकराचार्य ने पंचाक्षर मंत्र के प्रत्येक अक्षर की महिमा का प्रतिपादन करने के लिए श्रीशिव पंचाक्षर स्तोत्र बनाया था।