41. परन्तु हवा ' उन्मादिनी यौवन भरी ' है, ' मोहक गंध से भरी पुरवैया ' है। 42. हथिया (हस्ता) नक्षत्र की आगमनी गाती हुई पुरवैया हवा, बाँस के बन में नाचने लगी। 43. ! तो आज चलेगी समीर के नाम की पुरवैया और नाचेगा गोयल परिवार, करेगा ताता थैया.. 44. दूर से भी हो ध्वनित गर, गीत मेरे मित्र का साथ पुरवैया भी गाती है अभी तक गॉंव में। 45. रात जिस कमरे में पुरवैया का इंतज़ार करते बीतती है, वो कमरा पौ फटते ही छूट जाता है। 46. समिति के एचएस पुरवैया , उमा चतुर्वेदी, नागेश्वर राव, राजबलि सिंह, शिवाजी सूने से शिविर में भाग लेने संपर्क कर सकते हैं। 47. दूर से भी हो ध्वनित गर, गीत मेरे मित्र का साथ पुरवैया भी गाती है अभी तक गॉंव में। 48. गौर करने वाली बात यह भी है कि इसमें गुलजार साहब ने “ पुरवैया ” हवाओं की बात कही है... 49. पुरवैया उसे बिंधती है, अतीत दंश देता है और अपनी ही बाँसुरी से निकली प्रतिध्वनि भी काँटा चुभो जाती है।50. पुरवैया ' दो पंक्तियों में 20 मात्राएँ हैं और ' दूर उस पर्वत-शिखा से कूदती आ जा! ' में 23 मात्राएँ।