41. एक व्यंग्य संग्रह नेकी कर अखबार में डाल-2004 में प्रकाशित, जिसके तीन संस्करण पेपर बैक समेत प्रकाशित हो चुके हैं। 42. मेरे ख्याल में जबसे पेपर बैक किताबों का चलन हुआ उसके बाद से ही यह योजना चलाने का विचार आया होगा। 43. अधिकांस किताबों को पेपर बैक में इसलिये छापा गया ताकि ये पाठकों के लिये सस्ते मूल्य पर उपलब्ध करायी जा सकें. 44. इससे पूर्व यह राजकमल प्रकाशन, दरियागंज से पेपर बैक संस्करण के रूप में १ ९९ ४ में प्रकाशित हुआ था. 45. उन्होंने इसे अविकल रूप से पुस्तकाकार प्रकाशित कर दिया है और पेपर बैक संस्करण का दाम मात्र तीन सौ रुपया रखा है। 46. पुस्तक का नाम-निशीथ कवयित्री: डा. नन्दा शुक्ला मूल्य: पेपर बैक 40 रुपये, सजिल्दः 60 रुपए पेज: 47. एक व्यंग्य संग्रह नेकी कर अखबार में डाल-2004 में प्रकाशित, जिसके तीन संस्करण पेपर बैक समेत प्रकाशित हो चुके हैं। 48. उन्होंने इसे अविकल रूप से पुस्तकाकार प्रकाशित कर दिया है और पेपर बैक संस्करण का दाम मात्र तीन सौ रुपया रखा है। 49. अधिकांस किताबों को पेपर बैक में इसलिये छापा गया ताकि ये पाठकों के लिये सस्ते मूल्य पर उपलब्ध करायी जा सकें. 50. वाणी प्रकाशन वालों ने इसे पेपर बैक संस्करण में छापा है जो सुन्दर भी है और जेब पर भारी भी नहीं पड़ता.