41. माखनलाल जी की आरम्भिक रचनाओं में भक्तिपरक अथवा आध्यात्मिक विचारप्रेरित कविताओं का भी काफ़ी महत्त्वपूर्ण स्थान है। 42. काम की भूख और मानसिक द्वंद्व है तो भक्तिपरक रचनाओं में मानव नियति की चिंता भी है । 43. काम की भूख और मानसिक द्वंद्व है तो भक्तिपरक रचनाओं में मानव नियति की चिंता भी है । 44. रसखान की सारी रचनाओं का अनुशीलन करने पर यह निष्कर्ष निकलता है कि वे अधिकांश में भक्तिपरक न होकर श्रृंगारपरक ही हैं। 45. गुरु वंदना, तत्कार आदि के साथ कृष्ण भक्तिपरक रचनाओं पर भाव की प्रस्तुति हुई, जिसे सभी ने बहुत सराहा. 46. यही कारण है कि कबीर, रैदास, सूर, मीरा एवं तुलसी के भक्तिपरक गीत आज़ भी लोक जनमानस में समादृत हैं। 47. (घ २) मृत्यु संस्कार (च) लोकगीत (१) विभिन्न संस्कारों से सम्बन्धित लोकगीत (२) भक्तिपरक या धार्मिक लोकगीत (३) प्रेम, भावना और देशभक्ति से 48. यह मंदिर विशेष महत्व का है क्योंकि यह किसी समय ७वींसदी में हिंदू नयनमारों द्वारा प्राचीन भक्तिपरक स्तुति के गानों में उल्लिखित है। 49. भक्तिपरक साहित्य की रचना हुई परन्तु यह भी पूर्णतया नहीं कहा जा सकता कि किसी अन्य प्रकार का साहित्य उस काल में था ही नहीं।50. भक्तिपरक साहित्य की रचना हुई परन्तु यह भी पूर्णतया नहीं कहा जा सकता कि किसी अन्य प्रकार का साहित्य उस काल में था ही नहीं।