41. धर्म का है एक और रहस्य भी, अब छिपाऊँ क्यों भविष्यत् से उसे? 42. सिर्फ स्वयं को ही नहीं, विश्व को भी, भूतकाल और भविष्यत् को भी. 43. वस्तुतः यह ग्राम्यवास तत्काल एवं भविष्यत् काल में रोगोत्पादक तथा सर्वअनर्थो का मूल है. 44. अवधी में प्राय: भविष्यत् के रूप तव्यत् प्रत्ययांत प्राचीन रूपों पर आश्रित हैं (होइबाउभवितव्यम्)। 45. वर्तमान का भवन भूत और भविष्यत् की आधार-शिलाओं पर बनाया जा सकता है । 46. वर्तमान का भवन भूत और भविष्यत् की आधार-शिलाओं पर बनाया जा सकता है । 47. यहां पर ‘ भविष्यत् ' शब्द के द्वारा भविष्य पुराण या भविष्यत्पुराण का नामत: 48. धर्म का है एक और रहस्य भी, अब छिपाऊँ क्यों भविष्यत् से उसे? 49. सिर्फ स्वयं को ही नहीं, विश्व को भी, भूतकाल और भविष्यत् को भी. 50. इन्ही की सन्तान भविष्यत् में खाण्डलविप्र या खण्डेलवाल ब्राह्मण जाति के नाम से प्रसिद्ध हुई ।