41. Of how to get rid of one form of human suffering. कि कैसे हम मनुष्य की एक गहन समस्या को जड से ख़त्म कर सकते हैं । 42. When all is said and done , man is a debtor to insects . यह सब कुछ बताने का तात्पर्य यह है कि मनुष्य कीटों का ऋणी है . 43. All the chickens are just alike , and all men are just alike . सारी मुर्ग़ियाँ एक जैसी हैं , और सारे मनुष्य एक जैसे हैं । 44. There'd be no evidence of humans at all, तो वहाँ मनुष्य का नामोनिशान भी नहीं होगा, 45. It all boils down to two issues. One, humans are not rats, यह सब दो मुद्दों में सिमट जाता हैं. एक, मनुष्य चूहे नहीं हैं, 46. Man's body is perishable and it never destroys the soulमनुष्य का शरीर विनाशशील है किंतु आत्मा का कभी नाश नहीं होता। 47. The inequality is also on a much higher level than in man . असमानता का स्तर भी मनुष्य की अपेक्षा कहीं अधिक ऊँचा होता है . 48. The sources of human problems have to do with egotism, I.मनुष्य की समस्याओं के स्रोत का लेना देना अहंकारवाद से है. मैं. 49. His Ram is not a element of difference between humans. उनके राम मनुष्य और मनुष्य के बीच किसी भेद-भाव के कारक नहीं हैं। 50. His Ram is not a element of difference between humans. उनके राम मनुष्य और मनुष्य के बीच किसी भेद-भाव के कारक नहीं हैं।