41. मेरुरज्जु का प्रदाह समाप्त होने तक रोगी को लोहे के फेफड़े में रखकर बचाया जा सकता है।42. जीवित रोगियों में प्रायापिज़्म का कारण अनुमस्तिष्क या मेरुरज्जु पर लगी चोट से जोड़कर देखा जाता है। 43. अनुप्रस्थ (ट्रांसवर्स) शब्द मेरुरज्जु की पूरी चौड़ाई में सूजन था प्रदाह की स्थिति का बोध कराता है। 44. मेरुरज्जु का प्रदाह समाप्त होने तक रोगी को लोहे के फेफड़े में रखकर बचाया जा सकता है।45. कई घंटों से लेकर कई हफ्तों तक मेरुरज्जु का कामन करना टीएम के लक्षणों में शामिल है। 46. तथा मेरुरज्जु के कार्य आदि में पर्याप्त संयोग होता है और ये गंभीर हो जा सकते हैं। 47. कई घंटों से लेकर कई हफ्तों तक मेरुरज्जु का कामन करना टीएम के लक्षणों में शामिल है। 48. जीवित रोगियों में प्रायापिज़्म का कारण अनुमस्तिष्क या मेरुरज्जु पर लगी चोट से जोड़कर देखा जाता है। 49. सबसे कम जटिलता छोटी मेरुरज्जु चोट और प्रजनन क्षमता के नुकसान के वंश इकट्ठा किया जाता है. 50. और मेरुरज्जु (1838) में एम्एस के घावों का वर्णन करने वाली कार्ल्सवेल की पुस्तक के रेखाचित्र का विवरण.