41. कुछ रूपरंग की वस्तुएँ ऐसी होती हैं जो हमारे मन में आते ही थोड़ी देर के 42. बाह्य रूपरंग सरसरी तौर पर लुभावना लग सकता है, मगर असली सुंदरता तो आंतरिक होती है. 43. इस अंक में ग़ज़ल के व्याकरण और रूपरंग को बेहद आसान तरीके से समझाया गया है। 44. नाट्यशास्त्र के रचयिता भरत मुनि ने विदूषक के चरित्र एवं रूपरंग पर काफी विचार किया है। 45. एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने पर इन कथाओं का रूपरंग भी बदलता जाता है। 46. बाह्य रूपरंग सरसरी तौर पर लुभावना लग सकता है, मगर असली सुंदरता तो आंतरिक होती है. 47. मगर सुबह को उनका लिवास और रूपरंग देखकर निश्चय ही लोग भड़कते और उन्हें पकड़ लेते। 48. जैविक संसाधनों के उपयोग के बाद उनके खेत की पैदावार का रूपरंग देखते ही बनता है। 49. क्योंकि वह हमेशा द की हानि करता रहता है, उसका रूपरंग काला पड़ जाता है। 50. नाट्यशास्त्र के रचयिता भरत मुनि ने विदूषक के चरित्र एवं रूपरंग पर काफी विचार किया है।