41. वलयाकार या कर्षणाकारसूर्य-ग्रहण में सूर्य बिंब का गोलाकारमध्य भाग अर्थात् बीचों बीच का भागढकता है।42. भारत के अलावा वलयाकार सूर्यग्रहण अफ्रीका, हिन्द महासागर, मालदीव, श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व एशिया में दिखाई देगा। 43. इनमें एक आंशिक चंद्रग्रहण, एक वलयाकार सूर्यग्रहण, दो उपच्छाया चंद्रग्रहण और एक पूर्ण सूर्यग्रहण शामिल हैं। 44. वलयाकार पर्वत और मध्य पर्वताकार संरचना बुध और पृथ्वी के चन्द्रमा के क्रेटरो मे सामान्य है।45. घ. चौथी दशा लगभग वलयाकार प्रवाल द्वीप के समान होती हैं, किंतु पूर्णतया समान नहीं होती। 46. वलयाकार पर्वत और मध्य पर्वताकार संरचना बुध और पृथ्वी के चन्द्रमा के क्रेटरो मे सामान्य है।47. गोलाकार, वलयाकार जिसमें लगातार विस्तार का, फैलने का, वृद्धि का बोध होता है। 48. वलयाकार पर्वत और मध्य पर्वताकार संरचना बुध और पृथ्वी के चन्द्रमा के क्रेटरो मे सामान्य है।49. वलयाकार सूर्यग्रहण: वलयाकारसूर्यग्रहण ऐसी अमावस्या को होता हैजब चंद्रमा ठीक राहु या केतु बिंदु परहोता है।50. घ. चौथी दशा लगभग वलयाकार प्रवाल द्वीप के समान होती हैं, किंतु पूर्णतया समान नहीं होती।