41. दूसरे त्योहारों में कोई न कोई वांछा है या वांछा की पूर्ति का सुख। 42. क्रांति की वांछा के साथ प्रयास करने वाले व्यक्ति में नेतृत्व-कौशल भी अनिवार्य है. 43. पर वांछा उन्हें भी यही होती है कि पटरी के हिसाब से रेलगाड़ी हो। 44. इसका यह अर्थ है कि धन किसी का भी नहीं है, इसलिए वांछा पाप है। 45. नहीं, दूसरे के धन की वांछा मत करना, क्योंकि धन किसी का भी नहीं है। 46. क्रांति की वांछा के साथ प्रयास करने वाले व्यक्ति में नेतृत्व-कौशल भी अनिवार्य है. 47. प्रेम में जब पाने की वांछा आती है तो वह घिनौना हो जाता है.. 48. राजपाट की वांछा रखता है, न स्वर्ग, न ही मोक्ष आदि की. 49. उपलब्ध संसाधनों द्वारा अधिकतम उत्पादकता की वांछा समाजवाद के लिए भी निषिद्ध नहीं है. 50. प्रत्येक पूंजीपति अधिकतम लाभ की वांछा में दूसरे को मात देने पर तुला होता है.