41. १६. १ नीम के अन्तर छाल का चूर्ण, सोंठ तथा मीर्च का काढ़ा विषम ज्वर में देने से लाभ होता है। 42. १६. १ नीम के अन्तर छाल का चूर्ण, सोंठ तथा मीर्च का काढ़ा विषम ज्वर में देने से लाभ होता है। 43. शास्र अभिमत है कि तुलस की जड़ विषम ज्वर को शांत करती है तथा बीज वीर्य को गाढ़ा बनाता है । 44. १ नीम के अन्तर छाल का चूर्ण, सोंठ तथा मीर्च का काढ़ा विषम ज्वर में देने से लाभ होता है। 45. चर्म रोग । झाईंयां । झुर्रियां । कमजोरी । गले के संक्रमण । खाँसी । छींक । विषम ज्वर नाशक । 46. आचार्य शार्ङग्धर के अनुसार तुलसी पत्र स्वरस को काली मिर्च के साथ लेने पर विषम ज्वर (मलेरिया) में आराम मिलता है। 47. बुखार दिल के रोग और जल जाने पर, वादी बवासीर सूजन और विषम ज्वर (बुखार) को दूर करता है। 48. [1] आयुर्वेद में मलेरिया को विषम ज्वर कहा जाता है, और इसके उपचार के लिये अनेक औषधियाँ उपलब्ध हैं। 49. इस दारुण प्रहात से आहत लालाजी ने अठारह दिन तक विषम ज्वर पीड़ा भोगकर 17 नवम्बर 1928 को परलोक के लिए प्रस्थान किया। 50. इस दारुण प्रहात से आहत लालाजी ने अठारह दिन तक विषम ज्वर पीड़ा भोगकर 17 नवम्बर 1928 को परलोक के लिए प्रस्थान किया।