41. संशय के बिना जीवन में नया कुछ जानना मुमकिन नहीं, लेकिन संशयात्मा बनते ही जीवन थम जाता है। 42. ईमानदार और संशयात्मा मनुष्य अपने भीतर के दोषों और अवगुणों को अपने आलोचकों से बेहतर जानते हैं. 43. और जो विवेकहीन, श्रद्धारहित व संशय युक्त है उनके लिए श्रीमद्भगवद्गीता में वर्णित किया गया है अज्ञश्चाश्रद्दधानश्च संशयात्मा 44. बाढ़ की जाति भाई प्रमोद रंजन की यह रिपोर्ट २४ अक्टूबर को उनके चिट्ठे संशयात्मा पर छपी है। 45. संशय के बिना जीवन में नया कुछ जानना मुमकिन नहीं, लेकिन संशयात्मा बनते ही जीवन थम जाता है। 46. संशयात्मा की एक अन्य विशेषता होती है कि चाहे वह कुछ भी निश्चय करे, उसेउसका सदा दुख-पछतावा ही रहता है.47. दे संशयात्मा मन बदल संशय न कर चल शीघ्र चल हो दृष्टि की उपलब्धता बस है इसी में सत्यता । 48. इससे हमारी श्रद्धा और विश्वास डावाँडोल हो जाते हैं, चित्त में संशय हो जाता है और संशयात्मा विनश्यति । 49. अब कुछ संशयात्मा लोग कह रहे हैं, 'टीवी कैमरे हटा लीजिये, और देखिये कि लोग कैसे छूमंतर हो जाते हैं.' 50. दे संशयात्मा मन बदल संशय न कर चल शीघ्र चल हो दृष्टि की उपलब्धता बस है इसी में सत्यता ।