41. अगर रोज़ादार डकार ले और कोई चीज़ उसके मुंह या हलक़ में आ जाए तो 42. जैसे जैसे उसके घूँट हलक़ से उतरते, दिमाग की सारी गुथ्थियाँ जैसे खुल जातीं. 43. ओशो के मुंह से निकलने वाला सच ज़हर बनाकर उनके ही हलक़ में उतार दिया गया। 44. कर सकने के बावजूद एहतियात ना करे और गुबार उसके हलक़ तक पहुँच जाए तो एहतियाते 45. 1613-अक़वा यह है की गैरे कसीफ़ गुबार हलक़ तक पहुँचने से रोज़ा बातिल हो 46. हलक़ से बाहर आ जायेगी तो एहतियात की बिना पर उसे जान बूझ कर डकार नहीं47. जिल्लत का एक दरिया हलक़ से नीचे ढकेलते हुए बोला-जी नहीं, मैं तेज़ नहीं हुआ था। 48. की हलक़ तक पहुंचेगी और अगर यह इल्म हो की हलक़ तक पहुंचेगी तो उस का 49. की हलक़ तक पहुंचेगी और अगर यह इल्म हो की हलक़ तक पहुंचेगी तो उस का 50. ” हलक़ में अपनी ज़ुबान रखता हूँ, मैं चुप हूँ कि तेरा मान रखता हूँ।