1. कला को अगण्य सी चीजों में खोजने लगी। 2. और उन पर किया गया कोई भी प्रहार, रोप देता अगण्य रक्तबीज! 3. संसार में लोकोत्तर प्रतिभाएँ अगण्य हैं; परंतु पूर्व पुरुषोत्तम श्रीकृष्ण के अलावा कोई नहीं है। 4. संसार में लोकोत्तर प्रतिभाएँ अगण्य हैं ; परंतु पूर्व पुरुषोत्तम श्रीकृष्ण के अलावा कोई नहीं है। 5. संख्यायें तीन प्रकार की मानी गईंः सांखेय याने गिनने योग्य, असांखेय याने अगण्य और अनन्त याने असीम। 6. संख्यायें तीन प्रकार की मानी गईंः सांखेय याने गिनने योग्य, असांखेय याने अगण्य और अनन्त याने असीम। 7. संख्यायें तीन प्रकार की मानी गईं: सांखेय याने गिनने योग्य, असांखेय याने अगण्य और अनन्त याने असीम। 8. संख्यायें तीन प्रकार की मानी गईंः सांखेय याने गिनने योग्य, असांखेय याने अगण्य और अनन्त याने असीम। 9. होते हैं मन में संवेदन, आज व्यक्त उन्हें हम कर लें, माँ के प्रति अगण्य भावों को सीमित से शब्दों में भर लें.... 10. हज़रत मुहम्मद (सल्ल॰) की शिक्षाओं के प्रभाव अगण्य और अनंत हैं, जो मानव स्वभाव, मानव-चरित्र, मानव समाज और मानव सभ्यता-संस्कृति पर पड़े।