1. असम्मति का अधिकार लोकतंत्र का केंद्रीय विचार है।2. नौकरशाही और असम्मति का हक हर्ष मंदर 3. नौकरशाही और असम्मति का हक- 4. असम्मति का कारण क्या है, पूछने पर वे अच्छी तरह समझा नहीं सके।5. यदि प्रथम सिद्धान्त को अपनाने में असम्मति थी तो दूसरे के लिए प्रारम्भमें व्यापक प्रतिरोध है. 6. ' साफ समझ में आ गया कि असम्मति का कारण मानव चरित्र में ही मौजूद है। 7. द्रोणाचार्य की असम्मति के उपरान्त कर्ण ने परशुराम से सम्पर्क किया जो कि केवल ब्राह्मणों को ही शिक्षा दिया करते थे। 8. द्रोणाचार्य की असम्मति के उपरान्त कर्ण ने परशुराम से सम्पर्क किया जो कि केवल ब्राह्मणों को ही शिक्षा दिया करते थे। 9. द्रोणाचार्य की असम्मति के उपरान्त कर्ण ने परशुराम से सम्पर्क किया जो कि केवल ब्राह्मणों को ही शिक्षा दिया करते थे। 10. अस्मिताओं के अंध अनुयायियों के विवेकपीड़ित सम्मति असम्मति के नायाब उदाहरण हैं इस देश के गांधीवादी, संघी, अंबेडकरवादी और समाजवादी।