1. कुछ संस्मरण-लेखक उदात्तता को आसंग बनाते हैं और पाठकों का दिल जीत लेते हैं। 2. क्योंकि साल में दो-एक बार मिलने के अलावा उसके साथ आपके आसंग नहीं हैं। 3. कुछ भी नहीं. उसे सोचना किसी और सोच के साथ आसंग था अब तक. नौ!. 4. हिंदी भाषा के आसंग में जो आलोचना की गई है, उसे समझ कर भी नहीं समझा गया है। 5. आसंग इच्छाएँ-जिन्हें हमने बड़े ही यत्न से गोपन-सुरक्षित स्थान पर रक्खा सदा वांछित अनागत की प्रतीक्षा में!.6. आसंग इच्छाएँ-जिन्हें हमने बड़े ही यत्न से गोपन-सुरक्षित स्थान पर रक्खा सदा वांछित अनागत की प्रतीक्षा में!.7. तो अनासंग साधना माने आसंग रहित और सासंग साधना माने आसंग सहित और आसंग माने मन का चिन् तन भगवान् का हो। 8. तो अनासंग साधना माने आसंग रहित और सासंग साधना माने आसंग सहित और आसंग माने मन का चिन् तन भगवान् का हो। 9. तो अनासंग साधना माने आसंग रहित और सासंग साधना माने आसंग सहित और आसंग माने मन का चिन् तन भगवान् का हो। 10. ऐसे में उन्होंने स्त्री-पुरुष के मुक्त आसंग के प्रतिदर्श के रूप में शिव-पार्वती के युगल स्वरूप अर्द्धनारीश्वर की प्रस्तावना की है.