1. इसका मुख्या कार्य चीजो को पकड़ कर काटना होता है...... 2. संभाल कर काटना . काटे क्या, कुछ हों तो काटे. 3. जब एक एक दिन को दोस्तों का सहारा ले ले कर काटना पड़े... 4. युक्त होकर जीवन जीना...... न की रोते पीटते...घिसट घिसट कर काटना . 5. इसके अतिरिक्त सीजेरियन के तुरन्त बाद नाल बांध कर काटना भी प्रकृति विरूद्ध होता है। 6. इसके अतिरिक्त सीजेरियन के तुरन्त बाद नाल बांध कर काटना भी प्रकृति विरूद्ध होता है। 7. कोई नहीं जानता कि हमें कब तक चक् कर काटना है और हम कब से चक् कर काट रहे हैं । 8. फेरनंद कहते हैं, “अगर ठीक जगह पर चाकू न गिरे तो सिर धड़ से अलग नहीं होता और उसे फ़िर हाथ से चाकू ले कर काटना पड़ता है.” 9. मेरा उद्देश् य यह है कि लोगों को इन कार्यों के लिये तो रिश् वत न देनी पड़े और न ही सरकारी दफ्तरों के चक् कर काटना पड़े । 10. फेरनंद कहते हैं, “ अगर ठीक जगह पर चाकू न गिरे तो सिर धड़ से अलग नहीं होता और उसे फ़िर हाथ से चाकू ले कर काटना पड़ता है. ”