1. आसुर विवाह उपर्युक्त क्रय विवाह का दूसरा रूप है। 2. बिरहोर जनजाति में क्रय विवाह को सदर बापला कहा जाता है। 3. खड़िया जनजाति में क्रय विवाह को असली विवाह कहा जाता है। 4. संतालों में क्रय विवाह को ' सादाई बापला ' कहते हैं। 5. हो जनजाति में क्रय विवाह को ' अंदी ' कहा जाता है। 6. पत्नी प्राप्ति का दूसरा साधन क्रय विवाह अर्थात् पैसा देकर लड़की को खरीदना है। 7. क्रय विवाह में वधू पाने के लिए वधू के माता-पिता या रिश्तेदारों को कुछ धन देना पड़ता है।8. क्रय विवाह में जिस कन्या को धन देकर खरीदा जाता है, उसे छोड़ने का मतलब प्रत्यक्ष आर्थिक क्षति है।9. परीक्षा विवाह क्रय विवाह जनजातीय समुदाय में विवाह अमित कुमार शर्मा समाजशास्त्र विभाग, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली युवती का जबरदस्ती 10. झारखंड में क्रय विवाह , सेवा विवाह, हठ विवाह, हरण विवाह, विनिमय विवाह और पलायन विवाह जैसे कई तरीके चलते हैं।