1. सायंकाल को गले में एक गिलटी भी निकल आयी। 2. ताऊन में गिलटी के द्रव को इकट्ठा करना चाहिए। 3. गिलटी 2. रुई आदि के दबने से बनी हुई गाँठ 3.4. गिलटी में फिर छेद किया जाता है और खिंचाव का प्रयोग किया जाता है।5. हालांकि, कुछ लोगों को गिलटी वाले बुखार जैसी बीमारी होती है, जो सेरोकंवर्जन के समय हो सकती है. 6. ग्राम अभिरंजन सम्वर्ध पदार्थों कल्चर / उपसम्वर्ध पदार्थों सबकल्चर गिलटी द्रवों प्लीहा यकृत और बलगम स्मियरों पर विशेष रूप से किये जाते हैं। 7. यदि चूषण द्रव उत्पन्न नहीं करता है तब लवणयुक्त घोल को गिलटी के भीतर डाला जाता है और फिरसे चूषण किया जाता है। 8. सभी सुरक्षा सावधानियों तले एक जीवाणुरहित अधस्चर्मी सीरिंज से गिलटी को छेद करके गिलटी के द्रव को इकट्ठा करें और स्त्राव को निकाल लें। 9. सभी सुरक्षा सावधानियों तले एक जीवाणुरहित अधस्चर्मी सीरिंज से गिलटी को छेद करके गिलटी के द्रव को इकट्ठा करें और स्त्राव को निकाल लें। 10. प्लेग (इं.) [सं-पु.] एक भयानक संक्रामक रोग जिसमें जाँघ आदि में गिलटी निकलती है और बहुत तेज़ बुख़ार रहता है ; ताऊन।