1. व्यंग्य डाँट फटकार का उस पर कोईअसर नहीं होता था. 2. तुलसीदासजी सचमुच द्वार द्वार पेट खलाते और डाँट फटकार सुनते फिरते थे। 3. केवल सलाह देकर या डाँट फटकार से हम किसी को नहीं बदल सकते। 4. केवल सलाह देकर या डाँट फटकार से हम किसी को नहीं बदल सकते। 5. दोनों उसकी इस बात के कायल थे इसलिये उसके साथ ज्यादा डाँट फटकार नहीं 6. इसका अर्थ यह नहीं है कि तुलसीदासजी सचमुच द्वार द्वार पेट खलाते और डाँट फटकार सुनते फिरते थे। 7. ये तो डाँट फटकार कर छुट्टी पा लेते हैं, वह रोती हुई मेरे पास आती है । 8. और हाँ अपने यौवन का इतना गुमान ना करना कि तुम्हें अपनी माताओं की डाँट फटकार सुनने को मिल जाए। 9. बहुत डाँट फटकार पड़ रही होगी उन पर. सच महात्मा जी सेकुछ भी तो नही छुपाया जा सकता दिल के भाव तक पढ़ लेते हैं. 10. बहुत डाँट फटकार पड़ रही होगी उन पर. सच महात्मा जी सेकुछ भी तो नही छुपाया जा सकता दिल के भाव तक पढ़ लेते हैं.